Monday, 29 December 2014

TANHAI LYRICS FROM DILLAGI BY NUSRAT FATEH ALI KHAN SAHIB

तन्हाई
फ़िल्म : दिल्लगी            गाएक:    उस्ताद नुसरत फ़तेह अल्ली खान साहब


साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
रोना चाहूँ तो.....रोना चाँहू तो आँसू ना आए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई

जो अैसे छोड़ के मेहबूब जाए, तो जीने से ना क्यों दिल ऊब जाए
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई

पाया हमने ये बिन तेरे, रँज की राहें और गम के अन्धेरे
रँज की राहें और गम के अन्धेरे, वो भी तो हमसे......वो भी तो हमसे खो गए हाए
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई

याद आते हैं बीते ज़माने, जब तुम आए थे हमको मनानें
जब तुम आए थे हमको मनानें, अब तो दिल रूठे दर्द मनाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
रोना चाहूँ तो.....रोना चाँहू तो आँसू ना आए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई
साया भी साथ जब छोड़ जाए, अैसी है तन्हाई


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