जाने ये राहें अब ले जाएँगी कहाँ
मिट्टी की ख़ुश्बू आए, पलकों पे आँसू लाए
पलकों पे रह जाएगा यादों का जहाँ
मँज़िल नई है अन्जानां है कारवाँ, चलना अकेले है यहाँ
तन्हा दिल तन्हा सफ़र, ढ़ूँडे तुझे फिर क्यूँ नज़र
तन्हा दिल तन्हा सफ़र, ढ़ूँडे तुझे फिर क्यूँ नज़र.....तन्हा दिल
दिलकश नज़ारे देखे, झिलमिल सितारे देखे
आँखों में फिर भी तेरा चेहरा है जवाँ
कितनी बरसातें आँईं, कितनीं सौग़ातें लाईं
कानों में फिर भी गूँजे तेरी ही सदा
वादे कीए थे अपना होगा आशियाँ
वादों का जाने होगा क्या
तन्हा दिल तन्हा सफ़र, ढ़ूँडे तुझे फिर क्यूँ नज़र
तन्हा दिल तन्हा सफ़र, ढ़ूँडे तुझे फिर क्यूँ नज़र.....तन्हा दिल
आँखों में सपने लीए, घर से हम चल तो दीए
जाने ये राहें अब ले जाएँगी कहाँ
मिट्टी की ख़ुश्बू आए, पलकों पे आँसू लाए
पलकों पे रह जाएगा यादों का जहाँ
मँज़िल नई है अन्जानां है कारवाँ, चलना अकेले है यहाँ
तन्हा दिल तन्हा सफ़र, ढ़ूँडे तुझे फिर क्यूँ नज़र
तन्हा दिल तन्हा सफ़र, ढ़ूँडे तुझे फिर क्यूँ नज़र.....तन्हा दिल.....तन्हा दिल
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